गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा कृषि मंत्री रवि नाईक (Ravi Naik) का आज सुबह निधन हो गया। 79 वर्षीय रवि नाईक को दिल का दौरा (Cardiac Arrest) पड़ने के बाद उन्हें पॉन्डा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उनके निधन की खबर से पूरे गोवा और भारतीय राजनीति में शोक की लहर फैल गई है। रवि नाईक दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके थे और फिलहाल भाजपा सरकार में कृषि मंत्री का पद संभाल रहे थे।
रवि नाईक का राजनीतिक करियर
रवि नाईक का जन्म 18 सितंबर 1946 को गोवा में हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी और 1990 के दशक में दो बार गोवा के मुख्यमंत्री बने।
बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा और राज्य की राजनीति में सक्रिय रहे।
मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गोवा में कृषि, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कई योजनाएं शुरू कीं।
कृषि मंत्री के रूप में योगदान
कृषि मंत्री के रूप में रवि नाईक ने गोवा के किसानों के लिए कई योजनाओं पर काम किया।
उन्होंने राज्य में ऑर्गेनिक खेती, सिंचाई परियोजनाओं और फसल बीमा योजनाओं को बढ़ावा दिया।
उनका मानना था कि गोवा को पर्यटन के साथ-साथ “हरित राज्य” के रूप में भी पहचान मिलनी चाहिए।
श्रद्धांजलि और शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रवि नाईक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पीएम मोदी ने X (Twitter) पर लिखा –
“रवि नाईक जी का निधन गोवा और देश के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने जनसेवा को अपना जीवन समर्पित किया।”
रवि नाईक का अंतिम संस्कार आज शाम 3 बजे गोवा के पॉन्डा में किया जाएगा।
निष्कर्ष
रवि नाईक का राजनीतिक जीवन सेवा, समर्पण और विकास की कहानी है।
उनका योगदान गोवा की राजनीति में हमेशा याद रखा जाएगा।