CP Radhakrishnan (सीपी राधाकृष्णन) भारत के उपराष्ट्रपति बन गए हैं उन्होंने 452 वोट से जीत हासिल करी। वर्तमान में बह महाराष्ट्र के राज्यपाल है ।

उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी न्यायमूर्ति बी सुदर्शन रेड्डी को हराया जिन्हें 300 वोट मिले।

परिचय

चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन (जन्म: 4 मई 1957, तिरुपुर, तमिलनाडु) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्हें सितंबर 2025 में भारत का 15वाँ उपराष्ट्रपति चुना गया। । वे आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करते हुए BJP में बड़े—बड़े पदों तक पहुँचे।

राजनीतिक सफर

आरएसएस से आरंभ

रणनीतिक राजनीतिक सफर की शुरुआत उन्होंने आरएसएस से की, और 1974 में उन्होंने जनसंघ के राज्य कार्यसमिति में जगह बना ली।

लोकसभा सांसद (कोयम्बटूर)

1.  1998 और 1999 में कोयम्बटूर से सांसद चुनकर लोकसभा

      पहुँचे।

2.  1998 में 1.5 लाख वोटों से, जबकि 1999 में 55 000 वोटों

     से जीते।

3.   2003 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में संसद प्रतिनिधिमंडल के 

       तौर  पर भाषण भी दिया।

तमिलनाडु BJP अध्यक्ष और रथ यात्रा

2004–2007 तक वे तमिलनाडु BJP अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने 93 दिनों की 19000 किलोमीटर लंबी ‘रथ यात्रा’ निकाली, जिसमें नदी जोड़ो, आतंकवाद-विरोध, समान नागरिक संहिता, अस्पृश्यता विरोध, आदि मुद्दों पर जोर दिया गया ।

कौइर बोर्ड और अन्य भूमिकाएं

2016–2020 तक Coir Board (सूखा उत्पाद बोर्ड) के अध्यक्ष रहे, जहां कोइर निर्यात ₹2 532 करोड़ तक पहुँचा।

2020–2022 में उन्होंने केरल के लिए BJP के ऑल इंडिया प्रभारी के रूप में काम किया।

संवैधानिक पदाधिकारी के रूप में कार्य


राज्यपाल – झारखंड और महाराष्ट्र

फरवरी 2023 से लगभग डेढ़ वर्ष तक झारखंड के राज्यपाल रहे, साथ ही अस्थायी रूप से तेलंगाना एवं केंद्र शासित क्षेत्र पुदुचेरी में अतिरिक्त जिम्मेवारी निभाई


फिर 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल नियुक्त किए गए


उनके राज्यपाल काल में उन्होंने शिक्षा, अनुसंधान, जन-प्रतिनिधियों से संवाद, न्यायपालिका से संबंधित मामलों पर सकारात्मक पहल की, और सभी दलों के साथ सलोना रिश्ता बनाए रखा ।

उपराष्ट्रपति के रूप में चुनाव

अगस्त 2025 में NDA ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया ।
9 सितंबर 2025 को उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार B. Sudershan Reddy को 452 वोटों से हराया (300 वोट Reddy के)


उनकी जीत को RSS से जुड़ाव, शांति-प्रिय छवि, और दक्षिण भारत से आने वाले OBC प्रतिष्ठित नेता होने के कारण नीति-निर्माण की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है

Source

Hindustan times, navbharat times, the times of India

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